उत्तराखंड। टिहरी गढ़वाल जिले में बालगंगा तहसील के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में स्थित कोट गांव में पिछले कई वर्षों से भूस्खलन जारी है, जिसको देखते हुए ग्रामीणों का विस्थापन किया जा रहा है। ग्राम कोट के 28 परिवारों के विस्थापन की कार्रवाई वर्तमान में की जा रही है। कोट गांव टिहरी जिले के बालगंगा तहसील में आता है। भू-वैज्ञानिकों ने ग्राम कोट में कई स्थानों पर भूस्खलन के क्षेत्र विकसित होने की बात कही है। इससे क्षेत्र में किसी बड़ी घटना की आशंका बनी हुई है।
सुरक्षा की दृष्टि से विस्थापन के लिए प्रस्तावित भवनों और नवनिर्मित भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के समीप कोई भी परिवार निवास न करें इसके लिए 28 प्रभावित परिवारों का विस्थापित किया जा रहा है। इस मानसून सीजन के दौरान भी कई बार इस क्षेत्र के लोगों को भारी बारिश के चलते आपदा जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा।
बारिश और भूस्खलन के चलते कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और लाखों की धान की हानि भी हुई है। प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि कोट गांव के प्रभावितों की शिफ्टिंग का कार्य जारी है। जिलाधिकारी ने जितने धनराशि की मांग की थी वह दे दी गई है। सभी को सुरक्षित स्थान पर विस्थापित किया जा रहा है।