चंपावत। विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर बनबसा क्षेत्र के तीन युवको को स्कैमिंग का कार्य कराये जाने हेतु म्यामार को बेचने वाले अभियुक्त को चंपावत पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार किया है बनबसा क्षेत्र के बन्धक तीन युवको को भारतीय दूतावास के माध्यम से सकुशल वापस लाया गया ।
10 जुलाई 2024 को बनबसा निवासी राजेन्द्र सिह सौन पुत्र राम सिह द्वारा बनबसा पुलिस को लिखित तहरीर देते हुए बताया गया उनका बेटा ललित सोन अपने दोस्तो विकास, कमलेश व तीन खटीमा के युवकों के साथ घर से रोजगार की तलाश में दिल्ली के लिए निकला था जहां से यह लोग बैंकाक निकल गये । जिनसे अब कोई सम्पर्क नहीं हो पा रहा है और न ही इनका सब का कुछ पता चल पा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए बनबसा पुलिस ने धारा 365 भादवि पंजीकृत किया ।
वहीं एसपी चंपावत अजय गणपति द्वारा मामले का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए गुमशुदा युवकों की बरामदगी हेतु भारत देश के साथ साथ गैर राष्ट्र् बैकाक,म्यामार से सम्बन्धित होने के कारण मामले की गम्भीरता के दृष्टिगत गुमशुदा युवकों की सकुशल बरामदगी व घर वापसी के लिये भारतीय दूतावास से पत्राचार किया ।
पुलिस को विवेचना मे प्रकाश में आया कि राहुल उपाध्याय ने अपने दोस्त गुजरात निवासी जय जोशी जिसका वास्तविक नाम जयदीप रामजी टोकड़िया के साथ मिलकर उत्तराखण्ड राज्य के सात युवाओं व अन्य राज्यों के बेरोजगार युवकों को अपनी बातों में बहला फुसलाकर विदेश में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर उन्हें भारत से गैर राष्ट्र बैकाक बुलाकर विदेशी कम्पनियों को 10,000/-थाई व्यक्ति के हिसाब से बेच दिया। जहां विदेशी कम्पनियों द्वारा उन्हें म्यामार में गोपनीय स्थान पर ले जाकर उनसे स्कैमिंग का काम कराने के लिए बंधक बनाया गया तथा काम न करने पर उन युवकों के साथ मारपीट व दुर्व्यवहार कर जबरदस्ती काम कराना एवं बन्धक बनाये गये युवकों को वापस भारत देश भेजने के लिए उनसे भारी भरकम धनराशि की मांग कर वसूल की गयी। एसपी अजय गणपति ने मामले का खुलासा करते हुए बताया।
अभियुक्त जय जोशी जिसका वास्तविक नाम जयदीप रामजी टोकड़िया है जो के गुजरात राज्य के गांव टुकड़ा पोरबन्दर(गुजरात) में होना प्रकाश में आने पर थानाध्यक्ष बनबसा के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त जय जोशी जिसका वास्तविक नाम जयदीप रामजी टोकड़िया को गिरफ्तार किया गया तथा अग्रिम विवेचना धारा 323/344/346/347/367/374/386/419/420/120 बी भादवि के अन्तर्गत की जायेगी।
एसपी ने बताया अभियुक्त द्वारा पूछताछ के दौरान स्वीकार किया गया कि उसने अपने दोस्त राहुल उपाध्याय के साथ मिलकर बनबसा क्षेत्र के 03 तथा खटीमा क्षेत्र के 03 युवकों को अपनी बातों में बहला फुसलाकर बैकाक बुलाया था जहां से उन्हे विदेशी कम्पनियों के हाथों 10000/- थाई भाट प्रति व्यक्ति के हिसाब से बेच दिया था। उक्त मुकदमे से सम्बन्धित अभियुक्त राहुल उपाध्याय दुबई भाग गया है जिसके विरूद्ध गिरफ्तारी हेतु आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
अभियुक्त का पहले से ही आपराधिक इतिहास रहा है आरोपी के खिलाफ विभिन्न थाना को राज्य में मुकदमे दर्ज हैं तथा फरार आरोपी राहूल उपाध्याय पुत्र सतीश उपाध्याय निवासी आवास विकास कलौनी खटीमा का रहने वाला है ।
भारतीय दूतावास के सहयोग से सभी गुमशुदाओ को चंपावत पुलिस ने सकुशल उनके घर पहुचा दिया है। वही अपने बच्चों को सपोर्ट कुशल घर वापस पाकर परिजनों ने चंपावत पुलिस की सराहना करते हुए उन्हे धन्यवाद दिया है।
पुलिस टीम मे एसओ लक्ष्मण सिंह जगवाण, एसआई मनीष खत्री(प्रभारी SOG),हे0का0 जगवीर सिह,कानि0 मदन सिह,का0 चा0 अनिल कुमार,हे0का0 गणेश सिह (SOG),कानि० गिरीश भट्ट (SOG) शामिल रहे।